न्याय के सिद्धांत में जॉन रॉल्स का योगदान-स्वर्ण जयंती व्याख्यान शृंखला
दिनाँक 16 नवंबर 2022 को महाविद्यालय के स्वर्ण जयंती स्थापना वर्ष के उपलक्ष्य में अर्थशास्त्र एवं समाजशास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वाधान में मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन परियोजना वित्तपोषित आमन्त्रित व्याख्यान शृंखला शीर्षक- न्याय के सिद्धान्त में जॉन रॉल्स का योगदान का आयोजन किया गया।
स्वर्ण जयंती व्याख्यान शृंखला को शासकीय जैतहरी महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष श्री गजेंद्र सिंह ने संबोधित किया।
इस अवसर पर गजेंद्र सिंह ने अपने व्याख्यान के माध्यम से यह बताया कि जॉन रॉल्स के सिद्धान्त में मूल स्थिति में सर्वसम्मत से न्याय के दो नियम बनाये जाएंगे-
(1)प्रत्येक व्यक्ति को समान मौलिक स्वातन्त्र्यों की एक पर्याप्त रूप से सुस्पष्ट व्यवस्था पर समान अधिकार है और यह व्यवस्था सभी व्यक्तियों के लिए सुलभ है।
(2) सामाजिक और आर्थिक विषमताएँ दो शर्तों के पूरा होने पर ही स्वीकार्य हो सकती हैं। एक, तो इन विषमताओं का नाता सभी को समान अवसरों की व्यवस्था के अन्तर्गत सुलभ किसी पद / पदाधिकार से हो; तथा दूसरे इन (विषमताओं) से भी समाज के सर्वाधिक अभावपीड़ित व्यक्तियों का अधिकतम हितसाधन हो रहा हो।
इसके पूर्व व्याख्यान शृंखला का आरम्भ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जे.के.संत के द्वारा दीप प्रज्वलित करके स्वागत संबोधन के द्वारा किया गया।
विजय लक्ष्मी सिंह सिरकवार तथा इच्छा गौतम ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया।
इसके पूर्व व्याख्यान शृंखला का आरम्भ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जे.के.संत के द्वारा दीप प्रज्वलित करके स्वागत संबोधन के द्वारा किया गया।
विजय लक्ष्मी सिंह सिरकवार तथा इच्छा गौतम ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया। संयोजक श्री ज्ञान प्रकाश पांडेय ने कार्यक्रम का संचालन किया वहीं डॉ. अमित भूषण द्विवेदी व्याख्यान के बारे अपने विचार प्रस्तुत किये।
इस अवसर पर डॉ. देवेंद्र सिंह बाग़री, डॉ. गीतेश्वरी पांडेय, प्रो.अजयराज सिंह राठौर, श्रीमती संगीता बासरानी शाहबाज खान तथा डॉ. तरन्नुम सरवतविशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
व्याख्यान का सह-संयोजन श्रीमती प्रीति वैश्य के द्वारा किया गया जबकि आयोजन सचिव श्री विनोद कुमार कोल रहे।
आयोजन समिति में सदस्य के रूप में डॉ. आकांक्षा राठौर, श्री कमलेश चावले तथा प्रो.पूनम धांडे के द्वारा सहयोग प्राप्त हुआ।
संयोजक श्री ज्ञान प्रकाश पांडेय ने कार्यक्रम का संचालन किया वहीं डॉ. अमित भूषण द्विवेदी व्याख्यान के बारे अपने विचार प्रस्तुत किये। इस अवसर पर डॉ. देवेंद्र सिंह बाग़री, डॉ. गीतेश्वरी पांडेय, प्रो.अजयराज सिंह राठौर, श्रीमती संगीता बासरानी शाहबाज खान तथा डॉ. तरन्नुम सरवत विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
व्याख्यान का सह-संयोजन श्रीमती प्रीति वैश्य के द्वारा किया गया जबकि आयोजन सचिव श्री विनोद कुमार कोल रहे।आयोजन समिति में सदस्य के रूप में डॉ. आकांक्षा राठौर, श्री कमलेश चावले तथा प्रो.पूनम धांडे के द्वारा सहयोग प्राप्त हुआ।
कार्य्रकम का समापन श्री कमलेश चावले के द्वारा आभार व्यक्त प्रस्तुत करके किया गया। इसके पूर्व अर्थशास्त्र विभाग के विद्यार्थियों के द्वारा मुख्य अतिथियों का स्वागत बैज लगाकर किया गया।
इस व्याख्यान से 53 विद्यार्थी प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित हुए जबकि व्याख्यान की वीडियो रिकॉर्डिंग से भविष्य में भी विद्यार्थी अप्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होते रहेंगे।
व्याख्यान की गुणवत्ता को बनाये रखने के लिए उद्घाटन सत्र की ऑडियो रिकॉर्डिंग जबकि,व्याख्यान का ऑडियो- वीडियो रिकॉर्डिंग करवाया गया है।
-डॉ. अमित भूषण द्विवेदी
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