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कृष्ण पर मेरे संक्षिप्त विचार-अमित भूषण

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ग्रीष्म में राम से बुद्ध तक की यात्रा की थी। कृष्ण की यात्रा अभी अधूरी है। मेरे मन में बचपन से समझदार होने तक यह प्रेरणा रही कि कभी मौका मिलेगा तो राम, कृष्ण, बुद्ध तक की यात्रा एक साथ करूंगा। मैं अपने व्यक्तिगत बौद्धिक दायरे में राम, कृष्ण तथा बुद्ध को एक साथ देखता हूं। इस विषय पर अपनी जो थोड़ी बहुत समझ बनती है, उसे लिखता हूं। मेरी समझ संगीत से बनती है। संगीत मेरे जीवन का अहम हिस्सा है। राम और बुद्ध अपने को ईश्वर नहीं मानते हैं। राम पुरुषोत्तम हैं। इसी प्रकार बुद्ध ईश्वर के अस्तित्व को ही नहीं मानते, हालांकि जब उनकी मृत्यु होती है तो उन्हें ईश्वर के अवतार रूप में स्वीकार किया गया। कृष्ण इन दोनों से अलग हैं। कृष्ण पैदा होते ही अपने ईश्वर होने की पुष्टि करते हैं। सभी कलाओं के साथ वे अपने ईश्वर होने की पुष्टि करते हैं। कृष्ण सभी कलाओं से परिपूर्ण हैं इसका तात्पर्य यह है कि उन्हें सारे स्किल्स आती हैं। कृष्ण बढ़िया वक्ता हैं। गीता अर्थात् महाभारत के कई गीतों में से सर्वाधिक प्रसिद्ध गीत। संगीत का ज्ञान उन्हें था। बांसुरी बहुत बढ़िया बजाते हैं। नृत्य बढ़िया करते हैं। राधा के सा...

जिनगी के सच्चाई के आइना: डॉ अमित भूषण द्विवेदी के कविता "रिश्ता-नाता सब झूठा लागे" के समीक्षा

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जिनगी के सच्चाई के आइना: डॉ अमित भूषण द्विवेदी के कविता "रिश्ता-नाता सब झूठा लागे" के समीक्षा FB/41 रिश्ता-नाता सब झूठा लागे   रिश्ता-नाता सब झूठा लागे   झूठ लागे प्रीति पराई हो   कहे खातिर त सब अपने हऽ   पर आपन के कहाई हो   कहीं जे हम आपन दर्द व्यथा केहू से   लोग लागे आपन दुःख बतावे हो   केहू के ना मोर दुखवा लउके   देबे ना केहू दवाई हो   दुःख के जिनगी दुःख में बितऽल   पाँव में फाटल बेवाई हो   किस्मत के रोना अब हम का रोई   जिनगी भइल लड़ाई हो   होत फजीरे कल हम फिर जागऽब   सब दुःख-दर्द के देब भुलाई हो   देही के दशा होखे चाहे जइसन   काम पर रोज चल जाईब हो   फूल के जिनगी काँट में धँसल   जिनगी भइल सजाई हो   जब-जब जिनगी दुःख देखाई   खुद हम पत्थर बन जाईब हो   सुनी के हमार दारुण कहानी   काहे अँखिया तोहार भर आइल हो ?   हारे से पहिले रोज जीतत बानी   ...

अंतरिम बजट का सजीव प्रसारण किया गया-प्रीति वैश्य

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जैसा कि हम सभी को विदित है कि दिनाँक 1 फरवरी को केंद्र सरकार द्वारा चुनावी वर्ष के अल्पकालीन व्ययों हेतु अंतरिम बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा किया गया। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अर्थशास्त्र विभाग शासकीय तुलसी महाविद्यालय अनूपपुर के द्वारा अंतरिम बजट का प्रसारण किया गया। बजट प्रस्तुति के लाइव प्रसारण के मौके पर विभाग के छात्र-छात्राओं में भारी उत्साह देखा गया है। प्रीति वैश्य ने इस मौके पर यह सूचित किया कि विभाग के द्वारा भारत सरकार तथा मध्य प्रदेश सरकार द्वारा प्रस्तुत किये जाने वाले बजट तथा आर्थिक समीक्षा का न केवल सजीव प्रसारण किया जाएगा बल्कि विभाग में बजट स्पेशल कक्षाएं, स्टूडेंट सेमिनार, राष्ट्रीय पैनल विश्लेषण आदि का भी आयोजन किया जाएगा। विद्यार्थियों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे इन विविध विद्यार्थी उपयोगी कार्यक्रमो में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें।

अर्थशास्त्र विभाग के द्वारा आयोजित किया गया अंतरिम बजट 2024-25 पर राष्ट्रस्तरीय पैनल विश्लेषण-अमित भूषण

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दिनाँक 03 फरवरी 2024 को अर्थशास्त्र विभाग,शासकीय तुलसी महाविद्यालय अनूपपुर के द्वारा  अंतरिम बजट 2024-25  राष्ट्र स्तरीय पैनल विश्लेषण का आयोजन किया गया।  इस कार्यक्रम में पैनलिस्ट के रूप में बैंक ऑफ बड़ोदा कोलकत्ता जोन के मुख्य प्रबन्धक तथा बैंकर श्री नीरज कुमार हिमांशु, गांधी शताब्दी स्मारक स्नातकोत्तर महाविद्यालय के अर्थशास्त्र विषय के सहायक प्राध्यापक डॉ. मनमोहन लाल विश्वकर्मा तथा शासकीय महाविद्यालय नरियावाली जिला सागर मध्य प्रदेश के अर्थशास्त्र विषय के सहायक प्राध्यापक  डॉ. अंकित कुमार सूर्यवंशी रहें। कार्यक्रम का संचालन देवनागरी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान विषय के सहायक प्राध्यापक श्री पीयूष त्रिपाठी के द्वारा किया गया।  इस मौके पर शासकीय तुलसी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जे.के.संत ने अपने संदेश में बताया कि बजट आत्मनिर्भर एवं विकसित भारत के आकांक्षाओं को पूरा करने वाला है। कार्यक्रम के एक पैनलिस्ट नीरज कुमार हिमांशु ने बताया कि कैपिटल एक्सपेंडिचर का बढ़ना बहुत अच्छी बात है किंतु सरकार को राजस्व व्यय बढाने ...

अर्थशास्त्र विभाग में पांच दिवसीय 'फील्ड परियोजना निर्माण एवं प्रतिवेदन लेखन कार्यशाला' हुआ आरम्भ-अमित भूषण

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दिनाँक 04 से 09 जनवरी, 2024 के मध्य विभाग द्वारा पांच दिवसीय  फील्ड परियोजना निर्माण एवं प्रतिवेदन लेखन कार्यशाला का आयोजन विभागीय अकैडमिक कैलेंडर सत्र 2023-24 तथा फील्ड परियोजना कार्य समय सारिणी 2023-24 के अनुसार किया गया। इस कार्य्रकम के संयोजक द्वय डॉ. अमित भूषण द्विवेदी तथा श्रीमती प्रीति वैश्य है। कार्यक्रम के पहले दिन दिनाँक 04 जनवरी 2024 को  दोनों ही संयोजकों के द्वारा एकल तथा संयुक्त रूप Focused Group विशेष प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया वहीं, समाजशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक तथा कौशल विकास प्रकोष्ठ के नोडल श्री विनोद कुमार कोल के द्वारा उच्च शिक्षा विभाग के द्वारा प्रदत्त परियोजना प्रारूप के ऊपर आमंत्रित प्रशिक्षण दिया गया।  विदित हो कि अर्थशास्त्र विभाग के द्वारा परियोजना निर्माण एवं प्रतिवेदन लेखन के ऊपर इस प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन विगत चार सत्रों से महाविद्यालय के विभिन्न समितियों तथा अन्य विभागों के सहयोग के साथ आंतरिक एवं वाह्य संसाधनों के प्रयोग द्वारा किया जाता रहा है।  विगत चार सत्रों में से दो सत्रों में एक...